जानिए कब्ज को चुटकियों में दूर करने की आयुर्वेदिक औषधियाँ व घरेलु उपचार !

Ayurvedic treatment

जानिए कब्ज को चुटकियों में दूर करने की आयुर्वेदिक औषधियाँ व घरेलु उपचार !

  • September 26, 2023

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कब्ज की समस्या अगर व्यक्ति के पेट में बन जाए तो उसके लिए काफी मुश्किल खड़ी हो जाती है, क्युकी कब्ज के कारण उसका कुछ भी खा पाना काफी मुश्किल हो जाता है। वहीं कई बार कब्ज के कारण उसको समाज में शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ता है। पर कब्ज की समस्या से हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है, आयुर्वेद और घरेलु उपचार की मदद से इसके बारे में चर्चा करेंगे;

कब्ज की समस्या का व्यक्ति को सामना क्यों करना पड़ता है ?

  • पर्याप्त नींद न लेने के कारण पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता है, जिसके कारण कब्ज की समस्या सामने आती है। अल्प भोजन ग्रहण करना अल्प भोजन ग्रहण करने का अर्थ है जरूरत से कम खाना। शरीर में पानी की कमी का होना। जिसके कारण व्यक्ति कब्ज जैसी समस्या का सामना करता है। 
  • एक साथ पांच से छे खाने की चीजों का सेवन करने के कारण भी व्यक्ति इस तरह की समस्या का सामना कर सकता है।  

कब्ज होने के दौरान व्यक्ति में किस तरह के लक्षण नज़र आते है ?

  • सप्ताह में तीन बार से कम मल का त्याग करना। 
  • सूखा या कठोर मल का आना। 
  • मल त्यागने के लिए जोर का लगना। 
  • ऐसा महसूस होना मानो आपने अपनी आंतें पूरी तरह से खाली नहीं की है। 
  • ऐसा महसूस होना जैसे आपके मलाशय में कोई रुकावट हो। 
  • अपने मलाशय को खाली करने के लिए सहायता की आवश्यकता है – जैसे पेट पर किसी दाब का डालना। 

अगर आपको मल त्यागने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो इससे बचाव के लिए आपको कब्ज के प्राकृतिक उपचार का चयन करना चाहिए। 

कब्ज होने के क्या कारण है ?

  • पर्याप्त पानी न पीने के कारण कब्ज और कठोर मल जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। 
  • पर्याप्त मात्रा में फाइबर युक्त भोजन का सेवन करने के कारण भी ये समस्या उत्पन्न होती है।
  • व्यायाम की कमी और गतिहीन जीवनशैली के कारण। 
  • पुरानी दवाओं का अधिक मात्रा में सेवन करने से भी सूजन और कब्ज जैसी पाचन संबंधी जटिलताओं का शिकार व्यक्ति हो सकता है।
  • बार-बार यात्रा करना, अनियमित खान-पान और सोने का तरीका पाचन तंत्र को असंतुलित कर सकता है, जिससे कब्ज का बनाना लाजमी बात है। 
  • लेज़ी बाउल सिंड्रोम नामक एक अंतर्निहित स्थिति के कारण भी कब्ज हो सकता है, जिसमें मल को रोकने के लिए बृहदान्त्र असामान्य रूप से सिकुड़ जाता है।
  • कब्ज उन गर्भवती महिलाओं में एक समस्या हो सकती है, जो अन्यथा पूरी तरह से स्वस्थ है। 
  • चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (आईबीएस) और क्रोहन रोग जैसी आंत संबंधी समस्याएं के कारण।
  • पार्किंसंस रोग, मल्टीपल स्केलेरोसिस या स्ट्रोक जैसे न्यूरोलॉजिकल मुद्दे के कारण।
  • पेल्विक मांसपेशियों का कमजोर होना।

कब्ज के इन कारणों से निजात पाने के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

कब्ज की समस्या से निजात दिलवाने के लिए कौन-से घरेलु उपचार है मददगार ?

  • कब्ज की समस्या से निजात पाने के लिए आपको त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए। बता दे की इसमें आमलकी, हरीतकी और बिभीतकी नामक तीन औषधियाँ शामिल होती है, वहीं यह प्राकृतिक क्लीन्ज़र आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा है। आप पेट ठीक रखने के लिए त्रिफला चूर्ण या त्रिफला टेबलेट्स का सेवन कर सकते है।
  • जैतून का तेल, या जिसे ऑलिव ऑयल, के नाम से भी जाना जाता है, वहीं ये तेल आपके पाचन तंत्र को सुचारु रूप से काम करने में मदद करने और पेट-सम्बन्धी रोगों को ख़त्म करने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा जब तक आपके पेट की समस्या ठीक न हो जाए तब तक प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक पूरी चम्मच भरकर जैतून का तेल जरूर पीना है। इससे आपको कब्ज से छुटकारा मिलेगा। यदि आप चाहें तो जैतून के तेल में नींबू का रस मिला कर भी इसका सेवन कर सकते है।
  • इसबगोल भी आपके पेट या उसमे मौजूद कब्ज की समस्या से आपको निजात दिलवाती है। इसबगोल की बात करें तो इसमें पाचन ठीक करने वाले फाइबर्स का एक मुख्य स्त्रोत शामिल है। तो अगर आप पेट की समस्या से निजात पाना चाहते तो इसके लिए आपको हल्के गर्म पानी में इसबगोल को मिलाकर जरूर पीना चाहिए। 
  • अगर आप पेट की समस्या से निजात पाना चाहते है, तो इसके लिए आपको दही का सेवन करना चाहिए, क्युकि दही आपके पेट में बनने वाले बैक्टीरिया का खात्मा करके आपके पेट की रक्षा करते है। 
  • अंजीर भी आपके पेट की समस्या से आपकी रक्षा करते है, इसलिए आपको अंजीर को रात भर पानी में भिगो कर रखना है और सुबह नाश्ता करने के एक घंटे पहले आपको इसका सेवन करना है। ये आपके तमाम पेट से जुडी समस्या से आपकी रक्षा करते है।

कब्ज से निजात दिलवाने के लिए कौन-सी आयुर्वेदिक औषधियाँ है मददगार ?

  • यदि आप पुराने कब्ज से बीमार है और थक चुके है और जीवनशैली में बदलाव करने से भी आपको मदद नहीं मिल रही है, तो आप कब्ज से निजात पाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार की ओर रुख कर सकते है। 
  • आयुर्वेदिक उपचार में हर्बल फॉर्मूलेशन शामिल होते है, जो मल त्याग को प्रेरित करते है और आपके पाचन तंत्र को वापस व्यवस्थित कर देते है। ये उपचार स्वाभाविक रूप से मल त्याग को सुविधाजनक बनाने के लिए समस्या पर ही इलाज करते है। इसके अलावा हम कुछ निम्न औषधियों के बारे में बताएंगे जिसका सेवन करके आप कब्ज की समस्या से निजात पा सकते है, जैसे ;
  • पहली आयुर्वेदिक औषधि है, ‘अभयारिष्ट’ जो आपके कब्ज का जड़ से खात्मा करते है। 
  • ‘गंधर्वहस्तादि क्वाथ’ भी बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि है जिसका सेवन करके आप कब्ज की समस्या से निजात पा सकते है। 
  • अगर आपको कब्ज के हल्के भी गंभीर लक्षण नज़र आने लगें तो इससे बचाव के लिए आपको ‘लैक्सिनोल-एच कैप्सूल’ का सेवन करना चाहिए। 

वहीं अगर आप गंभीर कब्ज की समस्या को लेकर काफी परेशान है, तो इससे बचाव के लिए आपको संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक का चयन करना चाहिए, इसके अलावा आप चाहे तो इन दवाइयों को भी इस क्लिनिक से वाजिफ दाम पर भी ले सकते है। 

निष्कर्ष :

कब्ज की समस्या काफी गंभीर है इसको इनकारा नहीं जा सकता है, लेकिन हां हम चाहे तो इस समस्या से खुद का बचाव कर सकते है, पर ध्यान रहें कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए आपको किसी भी तरह की दवाई का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लेना चाहिए। 

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पुरुषों में अगर उत्पन्न हो गए है गंभीर गुप्त रोग, तो जानिए क्या है इसके कारण, लक्षण और उपचार !

  • September 23, 2023

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पुरुषों के यौन (गुप्त) हिस्से का कमजोर होना काफी मुश्किल उसके लिए खड़ी कर देता है, इसलिए जरूरी है की अगर उन्हें अपने पार्टनर के साथ समय बिताते हुए किसी भी तरह की समस्या आए तो कही ये समस्या उनके गुप्त रोग से तो नहीं जुड़ा हुआ है और अगर सच में ये रोग गुप्त समस्या से जुडी हुई है तो इससे बचाव के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;

पुरुषों के गुप्त रोग कौन-से है ?

  • नपुंसकता की समस्या। 
  • कामेच्छा, स्तंभन, स्खलन और संभोग। 
  • सेक्स में रूचि का कम होना। 
  • वीर्यस्खलन की समस्या। 
  • टेस्टोस्टेरोन के मात्रा का कम होना।

गुप्त रोग के बारे में विस्तार से जानने के लिए आपको आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट के संपर्क में आना चाहिए।

पुरुषों की यौन क्रिया काम कैसे करती है ?

  • यौन क्रिया में शरीर की विभिन्न प्रणालियों के बीच समन्वय शामिल होता है। यौन इच्छा मौजूद रहने के लिए हार्मोन और न्यूरोलॉजिकल मार्गों का समन्वय होना चाहिए। यौन संबंध के दौरान पर्याप्त इरेक्शन और उसके रख रखाव के लिए रक्त वाहिकाएं, तंत्रिकाएं और लिंग की अखंडता सभी मौजूद होनी चाहिए। 
  • जब शुक्राणु के लिए शारीरिक मार्ग (अंडकोष से मूत्रमार्ग तक) मौजूद होता है, तो मांसपेशियां और तंत्रिकाएं स्खलन का समन्वय करती हैं। 
  • ऑर्गेज्म एक जटिल घटना है जिसे पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है, लेकिन इसमें मांसपेशियों और तंत्रिकाओं का समन्वय शामिल होता है। 
  • जब यौन रोग मौजूद होता है, तो चिकित्सक को घटनाओं की इस श्रृंखला में सभी संभावित समस्याओं का मूल्यांकन करना पड़ता है।

और जब ये यौन क्रिया सही तरीके से कार्य न कर पाए तो इसके लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक का चयन करना चाहिए।

पुरुषों में यौन रोग के क्या कारण है ?

  • गहन सर्वे में पाया गया कि इसकी वजह अस्वस्थ भोजन, मोटापा, तनाव और धूम्रपान के कारण खराब जीवन शैली की आदतें है। जो न केवल मेटाबॉलिक संबंधी बीमारियों में वृद्धि का कारण बनती है, बल्कि कम और दीर्घकालिक यौन रोगों की उच्च घटनाओं का कारण भी बन सकते है। 
  • इसके अलावा सर्वे में यह भी पता चला है कि 48 प्रतिशत पुरुष अस्वास्थ्यकर खाने की आदतों से ग्रस्त है, जैसे कि अस्वास्थ्यकर भोजन, न्यूनतम व्यायाम और नींद संबंधी बुरी आदतों के साथ-साथ धूम्रपान जैसी गतिविधियों में आनंद लेना यौन उत्तेजना को कम करने का प्रमुख कारण मानी जाती है। 
  • इसके अलावा, तनाव और नींद का अभाव भी यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते है। पर इसके सबसे प्रमुख कारणों में तनाव सबसे पहले आता है। क्युकी इसी के कारण व्यक्ति को गुप्त रोग संबंधित समस्या का सामना करना पड़ता है।

पुरुषों में गुप्त रोग के दौरान कौन-से लक्षण नज़र आते है ?

  • इरेक्शन होने में समस्या का सामना करना। 
  • बहुत कम समय के लिए इरेक्शन का होना। 
  • सेक्स की इच्छा में कमी का आना।

पुरुषों के गुप्त रोग का इलाज कैसे किया जाता है ?

  • यदि कारण मनोवैज्ञानिक है, तो मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक की मदद लेना मददगार साबित हो सकती है। वहीं अक्सर इस स्थिति में, संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी का उपयोग किया जाता है। कभी-कभी उपचार में युगल चिकित्सा भी शामिल हो सकती है।
  • यदि कामेच्छा में कमी का कारण लगातार ली जा रही दवाएं है, तो इन दवाइयों को लेना बंद करें। 
  • यदि दवाओं और अन्य तरीको से ये समस्या ठीक न हो तो हार्मोनल प्रतिस्थापन का सुझाव डॉक्टर के द्वारा दिया जा सकता है।
  • इसके अलावा आप आयुर्वेदिक दवाइयों का भी सहारा लें सकते है अपने गुप्त रोग को ठीक करने के लिए, वहीं दवाइयों की बात करें तो इसमें अश्वगंधा, सोंठ, जायफल, अकरकरा, शिलाजीत, सफेद मुसली आदि शामिल है, पर ध्यान रहें आयुर्वेदिक दवाइयों का चयन करने से पहले एक बार बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर सलाह लें। 

पुरुषों के गुप्त रोग के इलाज के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक !

पुरुषों का गुप्त रोग एक गंभीर समस्या है इसको आप झूठला नहीं सकते, इसलिए जरूरी है की इसके इलाज को लेकर आप सतर्क हो जाए, वहीं इसका इलाज आप चाहें तो संजीवनी आयुर्वेदशाला क्लिनिक से भी करवा सकते है। 

निष्कर्ष :

यौन या गुप्त रोग पुरुषों के विवाहित जीवन पर काफी गहरा असर डालता है, इसलिए जरूरी है की अगर आप किसी भी तरह के गुप्त रोग संबंधी समस्या का सामना कर रहें है, तो इससे बचाव के लिए आपको जल्द डॉक्टर के सम्पर्क में आना चाहिए और किसी भी तरह की ऐसी दवाई का सेवन न करें जिसका असर आपके सेहत पर गलत पड़े।